Wednesday, 14 March 2012

सच्चे दिल से चाहो किसी को, खुदा को पायो अपने सिने मे


खुदा ने कहा मुझसे
"क्यूँ खड़ा है दूर तू मुझसे, नजदीक आ तू मेरे"
"दुनिया आती है दर पे मेरे, मैं खुद आया हूँ ज़न्नत से पृथ्वी पे"
"खड़ा हूँ तेरे दर पे" 
 "लौटा देगा क्या मूर्ख, मुझे बिना मिलाये तू मुझसे"

मैंने कहा खुदा से
लौट जा तू मेरे दर से
दुनिया मानती होगी तुझे दिल से
मैं सिर्फ मानता हूँ अपनी महबूबा को दिल से

खुदा ने कहा मुझसे
"मुझे गर्व है मुझपे"
"जो मैंने डाला मेरा खुद का दिल तेरे सिने मे"
"मुझे मिला दिया तू मुझसे"
"माँग जो माँगना है तुझे"

मैंने हाथ जोड़कर माँगा खुदा से
हर इंसान के सिने मे डाल दे तू अपना दिल
होने दे सब चाहने वाले की प्रेम कहानी पूरी
न होगी कभी किसी चाहने वाले की दासतान अधूरी
तब मानूंगा मैं तुझे
तेरे खुद के दिल से
जो है मेरे सिने मे
 

 खुदा ने फिर कहा मुझसे
"मुझे गर्व है मुझपे"
"जो मैंने डाला मेरा खुद का दिल तेरे सिने मे"
"सच्चे दिल से चाहो किसी को,पायो मुझे अपने सिने मे"

ये कह के खुदा चले गए और मुझको पता चला की...
"सच्चे दिल से चाहो किसी को, खुदा को पायो अपने सिने मे"

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